❤️ हम रक्तदान की सुर सरिता में डुबकी आज लगाएं
हम रक्तदान अपनाएं हम मानव धर्म निभाएं…!! 💞
पोस्ट का उद्देश्य किसी प्रकार का श्रय लेना नहीं बल्कि उन यूवाओं को भी जगाना हैं जो अपने घर-परिवार के लोगो के लिए खून की आवश्यकता होने पर रक्तदान से डरते हैं या ब्लड बैंक में जा कर और यहां-वहां रक्त का जुगाड़ करने की कोशिश में लगे रहते हैं। मेरा ये संदेश “उन युवाओ के लिए जो रक्तदान से डरते हैं ” जिनको लगता है की रक्तदान से कोई कमजोरी आयेगा, शरीर खराब होगा, या ख़ासकर उन युवा भाइयों के लिये जिन्होंने अभी तक अपना ब्लड ग्रुप भी चेक नहीं करवाया हैं। बहुत बार ऐसा होता है हमारे पास रक्त के लिए फोन आते है आपके पास किसी डोनर का कांटेक्ट है, जब उनसे हम पुछते है आपका ब्लड ग्रुप क्या है ? तो उनको अपना ब्लड ग्रुप भी मालूम नहीं होता है! या सामने से जबाब मिलता है हमने तो कभी चेक ही नहीं करवाया है। मानना है की पहली बार रक्तदान करने में डर लगना भी स्वाभाविक है. पर एक बार रक्तदान करने के बाद हमें जो प्रसन्नता, निडरता और अपने आप पर गौरव महसूस होता हैं और जो मन को और अंतरात्मा को शांति का सुखद अनुभव होता है। उसका आनंद रक्तदान के बिना नही लिया जा सकता है। आप लोगो ने देखा होगा कितने ही अनगिनित लोगो ने रक्तदान शिविरों में और ब्लड बैंक में जाकर रक्तदान किया हैं, लेकिन आज तक रक्तदान करने से कोई नहीं मरा, पर आपके रक्तदान नहीं करने से कोई न कोई अवश्य मर सकता है………….
चलो आज फिर से अपना हुनर आजमाते है
तुम अजमाओ तीर हम जिगर आजमाते है !!
हमें नही पता के रक्तदान करने कोई पुण्य मिलता है या नही, मुझे तो इतना मालूम हैं, रक्तदान साइंस पर आधारित एक सुरक्षित प्रक्रिया हैं जिसको करने से रक्तदाता अपना स्वास्थ्य बेहतर रख सकता है। आज रक्तदान का आंकड़ा भले ही दहाई पार कर गया हो पर मकसद कोई बड़ा आंकडे की वृद्धि करना नहीं बल्कि अपने राष्ट्र, प्रदेश व् समाज के ज्यादा से ज्यादा लोगों की सेवा करने से है। जिसके लिए मैं ऊपरवाले का बहुत शुक्रर गुजर हूँ जो मुझे असह्य व् जरूरतमंद लोगो की सेवा के लिए चुनता रहता है। शुक्रर गुजार हूँ, आप सभी लोगों का जिनके स्नेह और आशीर्वाद की प्रेरणा से मानवता के कार्य को करने का जज्बा और शक्ति मिलता है। जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के ब्लड बैंक, मधेपुरा में इस रक्तदान के समय श्रृंगी ऋषि सेवा फाउंडेशन के संस्थापक भास्कर कुमार निखिल, कोषाध्यक्ष मनीष आनंद एवं भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के मुष्टा के सचिव प्रोफेसर डॉ नरेश कुमार उपस्थित थे।